Thursday, August 2, 2018

MORNING ASSEMBLY : प्रार्थना सभा में अभिनय और प्रस्तुति के दृश्य

" प्रार्थना परिष्कार एवं परिमार्जन की उत्तम प्रक्रिया है।’’
प्रार्थना सभा के महत्व को बताने के लिये  अनेक शोध हुये हैं। ड्यूक युनिवर्सिटी के वैज्ञानिक का्रेइंग का अघ्ययन बतलाता है कि प्रार्थना करने वाले व्यक्तियों में स्टेस हॉर्मोन जैसेः-एपीनेफ्रीन, नाएपीनेफ्रीन आदि कम मात्रा में स्त्रावित होते हैं जिससे उनमें तनाव कम पैदा होता है। तथा प्रार्थना न करने वाले व्यक्तियों में इन हॉर्मोनों का स्त्राव अधिक होने के कारण उनमें अधिक तनाव पैदा हेाता है। इस प्रकार  प्रार्थना से मस्तिष्क में तनाव कम पैदा होने के साथ साथ तनाव से लडने की प्रतिरोधी प्रणाली की क्षमता में भी वृद्वि होती है।












किसी भी परिवर्तन की प्रक्रिया में हमारा संवेदनशील होना बहुत जरूरी है। हो सकता है कि बच्चे प्रारंभ में बहुत प्रभावशाली तरीके से अपनी बात न रख पाते हों, उनको अपनी बात रखने में झिझक महसूस होती हो, उनको लोगों के सामने बोलने में दिक्कत महसूस होती हो, उनका पांव कांपता हों, उनकी धड़कन बढ़ जाती हो। तो इसके बारे में व्यक्तिगत तौर पर बात करना काफी फायदेमंद होता  है। इससे अगली बार जब उनका अवसर आएगा तो वे ज्यादा बेहतर तरीके से अपनी प्रस्तुति दे पाएंगे। 


प्रातःकालीन सभा के उद्देश्यः 

  • उसकी योजना
  •  चुनी गई गतिविधि व कारण
  •  प्रक्रिया (खुशी व सीखने का माहौल बना रहे)
  •  अपेक्षित परिणाम जो उद्देश्य के अनुरूप हो।
  •  दिन की शुरुआत
  •  सबकी भागीदारी
  •  आनंद की अनुभूति
  • समुदाय की भागीदारी
  •  सुंदर माहौल
  •  बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक
  •  सबके एक साथ आने का मंच




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